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Language : Hindi
Category : Other
Tags : Darshansaar दर्शनसार darshan saar darshansar दर्शन सार darshan sar shri devsen aacharya श्री देवसेन आचार्य
Author : आचार्य देवसेन
Publish Year :
Total Pages : 18
इस अद्भुत ग्रंथ में जो समय समय पर मिथ्या मत प्रचलन में आए हैं उनका वर्णन है,
इस ग्रन्थ को पढ़कर हम सभी को सही सही वस्तु स्वरुप का निर्णय हो ऐसी मंगल भावना है, और यदि ऐसी कोई मिथ्या मान्यता अपनी हो तो उसे भी सुधार लेवे।
आचार्य देवसेन