Digamber Jain Temple in Gulal Wadi, Bhuleshwar, Mumbai
मुंबई के गुलालवाडी स्थित दिगंबर जैन मंदिर में आगामी 3 से 7 फरवरी 2025 तक भगवान आदिनाथ के भव्य पंचकल्याणक महा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। यह महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र होगा, बल्कि यह भारत की समृद्ध संस्कृति और एकता का अद्भुत प्रतीक भी बनेगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर युगल मुनि अमर कीर्ती महाराज और अमोघ कीर्ती जी महाराज के सानिध्य में आयोजन संपन्न होगा। देशभर से अनेक प्रतिष्ठित भट्टारक जी भी इस महोत्सव में भाग लेंगे।
इतिहास और महत्व: गुलालवाडी स्थित दिगंबर जैन मंदिर एक ऐतिहासिक और पवित्र स्थल है, जो करीब 200 वर्षों से श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। यह मंदिर एक लंबी और गौरवमयी यात्रा का हिस्सा है, जो समय के साथ अपने धार्मिक महत्व को बनाए रखे हुए है। मंदिर की स्थापना की कहानी 1825 में शुरू होती है, जब गोगा भावनगर से व्यापार करने आए जैन व्यापारी मुंबई में भगवान के दर्शन के लिए व्यवस्था की तलाश कर रहे थे। मुंबई में उस समय किसी मंदिर की कमी महसूस हो रही थी। इसके परिणामस्वरूप, डोंगरी में एक छोटे से मंदिर की स्थापना की गई। इसके बाद, मंदिर के बढ़ते महत्व और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इसे 1850 में गुलालवाडी में स्थानांतरित कर दिया गया।
स्वतंत्रता संग्राम में मंदिर की भूमिका: दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मंदिर में आस्था रखने वाले कई स्वतंत्रता सेनानी यहां आते थे, जहां उन्हें न केवल धार्मिक सहयोग मिलता था, बल्कि यह स्थान उनके आहार व्यवस्था का भी केंद्र बन चुका था। इस प्रकार, मंदिर ने अपने धार्मिक योगदान के साथ-साथ सामाजिक दायित्व भी निभाया।
मंदिर का जीर्णोद्धार:
1995 में मंदिर का जीर्णोद्धार श्री रमन लाल जी दोशी और अन्य ट्रस्टीगणों के सहयोग से किया गया। इस जीर्णोद्धार के बाद मंदिर की भव्यता में और वृद्धि हुई, और यह श्रद्धालुओं के लिए और भी आकर्षक बन गया। इसके बाद मंदिर में कई धार्मिक अनुष्ठान, जैसे चातुर्मास और अन्य बड़े आयोजन किए गए, जिनमें साधु-संतों और आचार्य भगवंतों का आगमन हुआ।
पंचकल्याणक महा महोत्सव का महत्व
अब, इस पावन स्थल पर भगवान आदिनाथ के पंचकल्याणक महा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह महोत्सव न केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस महोत्सव के दौरान, धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-अर्चना, कथा प्रवचन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम
पंचकल्याणक महा महोत्सव एक अद्वितीय अवसर है, जिसमें युगल मुनि अमर कीर्ती महाराज और अमोघ कीर्ती जी महाराज के सानिध्य में भगवान आदिनाथ के पंचकल्याणक के आयोजन के दौरान भारतीय जैन संस्कृति का संरक्षण और प्रचार-प्रसार होगा। इस महोत्सव में देशभर से जैन समाज के विभिन्न प्रतिष्ठित भट्टारक जी का भी सानिध्य मिलेगा। यह आयोजन न केवल आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक सौहार्द का आदर्श प्रस्तुत करेगा।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Bhuleshwar, situated in South Mumbai, is known for being home to over 100 temples including Mumba Devi Temple, the patron goddess of the city of Mumbai and Swaminarayan Mandir. It is also famous for Bhuleshwar Market for fruit and vegetable and is surrounded a number of old markets, like the Crawford Market for fruits and vegetables, Mangaldas Market for silk and cloth, Zaveri Bazaar, the famous jewellery and diamond market and Chor Bazaar, a noted market for antiques and furniture. It is well connected with roads.
Train: Mumbai CST Railway Station
Air: Chhatrapati Shivaji Maharaj International Airport, Mumbai