Shwetamber Jain Temple in Ghanerao, Pali
गोडवाड का प्रवेश द्वार फालना रेलवे स्टेशन से ३५ किमी. दूर सादडी-देसूरी मुख्य सडक पर अरावली के आंचल में कुंभलगढ की चोटी से १० किमी. दूर, सुरम्य वनस्थली में बसा है ‘घाणेराव’। यहां के ऐतिहासिक, दर्शनीय, अलौकिक, पौराणिक संगमरमर में कलाकृतियों से युक्त चमत्कारी ११ जिन मंदिर यहां की वैभवता प्रकट करते है। पोरवालों के एक मंदिर को छोड सारे मंदिरों की व्यवस्था प्राचीन महावीरजी पेढी संभालती है। राणकपुर तीर्थ के निर्माता धरणाशाह के वंशज में उनकी चौदहवीं पंद्रहवीं पीढी भी आज घाणेराव में निवास करती है। छोडा तीर्थ की व्यवस्था घाणेराव पेढी देखती है।
श्री आदेश्वर दादा-घर मंदिर : सालवीयो की पाटी में वर्धमान आयंबिल खाते के सामने घाकाबंध छोटे से जिनमंदिर में आदेश्वर दादा की प्राचीन संप्रतिकालीन प्रतिमा प्रतिष्ठित है। यह घर मंदिर श्री चंदनमलजी वनेचंदजी परिवार द्वारा निर्मित है।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Ghanerao is a village in Desuri tehsil of Pali district of Rajasthan. Due to its proximity to Kumbhalgarh fort, Ranakpur Jain temple and Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary, it is an important place in tourism with history. There are about 11 Jain temples some of them are quite old, Muchhal Mahavir Temple being the most notable one.
Train: Falna Railway Station
Air: Udaipur Airport