Shwetamber Jain Temple in Desuri, Pali
अरावली पर्वत की तराई में हरियाली से भरपूर नोमा व सुखडी नदी या बडी नदी के मध्य व जोधपुर उदयपुर मेगा हाईवे क्र. १६ की मुख्य सडक पर स्थित है देसुरी अर्थात प्राचीन देवसुरी नगर। मारवाड व मेवाड को जोडने वाला ऐतिहासिक गावं ,वीरों व संतों का गांव, जोधपुर डिवीजन व पाली जिले में गोडवाड का प्रथम गांव देवसुरी इतिहास प्रसिद्ध राठौड व राणाओं का आधिपत्यवाला गांव रहा।
देसुरी गांव का नाम ‘देवसुरी’ था, जिसका प्रमाण जैन पेढी पर अंकित है। ‘श्री ॠषभदेव भगवान जैन पेढी देवसुरी एवं पंचायत भवन’ नाम था। भगवान के तिगडे पर भी लेख में देवसुरी गांव अंकित है। कालक्रम में यह अपभ्रंश होकर देसुरी हो गया। यहां कुल चार जैन मंदिर हैं। सभी संप्रतिकालीन हैं।
श्री चंद्रप्रभस्वामी मंदिर : श्री संभवनाथजी मंदिर के ठीक सामने व श्री ओसवाल जैन संघ पेढी कार्यालय के ऊपर पहली मंजिल पर, प्राचीन शिखरबंध मंदिर में चौमुखी प्रतिमाओं में मूलनायक श्री चंद्रप्रभस्वामी की मनभावन प्रतिमा प्रतिष्ठित है। इसके अलावा श्री अजितनाथ, श्री शीतलनाथ व श्री आदेश्वर भगवान विराजमान हैं। जैन तीर्थ सर्वसंग्रह ग्रंथ अनुसार वि. स. १९४० के लगभग का मंदिर है। मूथा परिवार ने सं. १९८४, फा. शु. ३, शुक्रवार दि. २४ फरवरी में छत्री बिठाई का लाभ लिया। पास ही उपाश्रय भी है। जेठ वदि ६ को पुनमिया परिवार ध्वजा चढाते हैं।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Desuri is a town and a tehsil in Pali district of Rajasthan. It is 8 km from Ranakpur and is well connected with roads.
Train: Falna Railway Station
Air: Udaipur Airport (110 Km)