लगभग 170 वर्ष प्राचीन मंदिर का निर्माण शास्त्र हस्तलिपि लेखानुसार द्वारा 1836 में कराया गया मूलनायक प्रतिमा पार्श्वनाथ भगवान की 800 वर्ष पुरानी बहुत ही अतिशयकारी है व दो अन्य वेदिया है ।
108 श्री नयनसागर जी महाराज के सानिध्य में दोनों वेदियों के ऊपर कलश चढ़ाये गये व आचार्य श्री 108 निर्मलसागर साधु भवन का नामकरण दिनांक 14.12.2008 को कराया गया।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 6.00 PM - 9.00 PM,
Road: Muzffarnagar lies on the National Highway 58 and has good connectivity to big cities like Delhi (120 Km),
Train: Muzffarnagar railway station lies on Delhi-Saharanpur section
Airport: Delhi (120 Km)