झगडीया तीर्थ भरूच : श्री आदिनाथ भगवान.
जिनालय में मुळनायक के रूप में पद्मासन मे बिराजमान श्री आदिनाथ दादा की लगभग 104 से.मी की सफेद पथ्थर की मूर्ति बिराजमान है.
वीर निर्वाण संवत 2390 ( विक्रम संवत 1921 ) में भूगर्भ में से यह ऐतिहासिक मुर्ति प्राप्त हुयी थी और चक्केश्वरी देवी की मुर्ति की शिल्पकारी से प्राचिनता का ख्याल आता है । मुर्ति पर श्री पृथ्वीलाल द्वारा वि.सं. 1200 में महा शुक्ल 10 के दिन का लेख मिलता है। वीर संवत 2397 ( विक्रम संवत 1928 ) के मार्गशिष 5 के दिन तत्कालिन राजा श्री गंभीरसिंहजी द्वारा निर्मित इस मंदिर में मुर्तिओ की फिर से स्थापित की गई। मंदिर श्री संघ को सोंप दिया गया। और फिर एकबार वीर संवत 2428 ( वि.सं 1959 ) में जीर्णोद्धार किया गया l
वडोदरा और भरुच के जैन श्रावक प्रतिमाओ का सरक्षण करने के लिए आगे आए राणा गंभीरसिंहजी ने उनको अपने राज्य में स्थायी होने के लिए विनंती की। क्योकि जैन श्रावक वहाँ नही रहेते थे। राणा ने श्रावको को व्यापार आदि की सहुलियत दी। जिससे श्रावक वहां रहने के लिये राजी हो गये थे । राणा ने एक मंदिर बनाया और सभी प्रतिमाओ की प्रतिष्ठा करवायी गई । उन्होंने 30 वर्ष के बाद श्रीसंघ को मंदिर सौंप दिया l
यहां धर्मशाळा और भोजनशाला मंदिर के पास है। यह तीर्थ भरुच से 32 कि. मी. दूर है l
पता :-
मुख्य बाजार, झघडीया बस स्टैंड के पास, राजपिपला रोड,
झघडीया, गुजरात 393110
फोन नंबर 02645 220 883
Morning: 5:30 AM to Evening: 8.30 PM,
Jhagadia is a Town in Jhagadia Taluka in Bharuch District. It is located 3 km south of the southern bank of the Narmada River.
Train: Jhagadiya Railway Station
Air: Vadodara Airport