इस मंदिर में 13 फरवरी 2015 को जैन धर्म के 19वें तीर्थंकर मल्लिनाथ व 21वें तीर्थंकर नमिनाथ की प्रतिमा स्थापित की गई।
जैन धर्म में जैन परंपरा के तहत धर्म को प्ररूपित करने वाले महामानव को तीर्थंकर कहा जाता है। तीर्थंकर का अर्थ है- तारने वाला। इनको अरिहंत भी कहा जाता है। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर हुए हैं। इनमें महावीर आखिरी थे। 19वें तीर्थंकर मल्लिनाथ व 21वें तीर्थंकर नमिनाथ का अवतरण सीतामढ़ी की धरती पर हुआ था। मल्लिनाथ के पिता का नाम कुंभराज और माता का नाम प्रभावती (रक्षिता) था। वहीं, नमिनाथ के पिता का नाम विजय और माता का नाम सुभद्रा (सुभ्रदा-वप्र) था। वे मिथिला के राजा थे। तुलसीदास ने मिथिला को अभूतपूर्व नगरी लिखते हुए मल्लिनाथ व नमिनाथ के बारे में आना आदरभाव प्रकट किया है।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Dumra is a town and headquarter of Sitamarhi district. It is well connected with roads.
Train: Dumra Railway Station
Airport: Patna Airport