आचार्य तारण तरण मंडलाचार्य की जन्मस्थली है। उनकी जन्मतिथि अगहन सुदी सप्तमी सं. 1505 है। उन्होंने पाँच भागों में 14 ग्रंथों की रचना की थी। उनके रचित ग्रन्थ / शास्त्र यहाँ उपलब्ध हैं। अपने ग्रंथों में आचार्य श्री ने भगवान महावीर की वाणी को ही प्रतिपादित किया है।
वार्षिक मेला- प्रतिवर्ष अगहन सुदी सप्तमी को तीन दिवसीय मेले का आयोजन होता है। समीपवर्तीतीर्थक्षेत्र बहोरीबन्द - 40 कि.मी., मढ़ियाजी - 90 कि.मी., सम्मेदगिरि -50 कि.मी. भेड़ाघाट (जबलपुर) - 100 कि.मी., कुण्डलपुर - 100 कि.मी.
टेलीफोन - 80854 65117, 094078 82611 Email: [email protected]
क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ
आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 60, कमरे (बिना बाथरूम) - 80 हाल - 10, (यात्री क्षमता - 500) गेस्ट हाऊस - 1
यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 3000, भोजनशाला - सशुल्क अनुरोध पर
औषधालय -शासकीय, विद्यालय - श्री तारणतरण संस्कार भारती विद्यालय
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Bilhari is a Village in Rithi Tehsil in Katni District, located 30 KM from Rithi and 16 Km from Katni.
Train: Katni Railway Station
Air: Bhopal Airport