Shwetamber Jain Temple and Dadawadi in Lunawa, Pali
गोडवाड़ के प्रवेशद्वार फालना रेलवे स्टेशन के पूर्व में १६ की.मी. और राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. १४ के सांडेराव से २८ कि.मी. दूर अरावली पहाडियो की तलहटी में पार्वती नदी के तट पर स्थित एक पुरातन नगर है ‘लुणावा’ जो चारो तरफ से नदियो से घिरा हुआ है। कहा जाता है की करीब ६०० वर्षो से भी अधीक समय पहले लुणावा ग़ाव एक की.मी. दूर पाहाडी के पास बसहा था। समय ने करवट ली और आज लुणावा ग़ाव वर्तमान जगह स्थित है। १०००० की कूल आबादी वाला यह नगर अरावली की तलहटी में है, जिससे यहां की आबोहवा बड़ी खुशनुमा है।यहां जैनों के करीब ७५० घर है
श्री वासुपूजय स्वामी दादावाड़ी : नगर की बाहरी मुखय सड़क पर, श्री हंसराजजी गलजी ओसवाल छाजेड परिवार द्वारा, नवनिर्मित घुमटबंध जिनमंदिर व दादावाड़ी में मुलनायक श्री वासुपूजय स्वामी, मुनिसुव्रत स्वामी व महावीर स्वामी जिनबिंबो एवं आ. श्री हीरसूरीजी गुरुगौतम स्वामी, दादा गुरुदेव श्री जिनदत्तसूरीजी, श्री जिनकुशलसूरीजी, आ. श्री वल्लभसूरीजी गुरुमुतियो की अंजनशलाका प्रतिष्ठा, नितिसमुदायवर्ती आ. श्री सुशीलसूरीश्वर्जी आ. ठा. पू. पं. श्री भद्रंकरविजयजी एवं पू. आ श्री कलापूर्णसूरीजी की पावन निश्रा में, वीर नि.सं. २५०१, शाके १८९६, वि.सं. २०३२ वर्षे , जेष्ठ शुक्ल ३, गुरूवार, दी.१२ जून १९७५ को, चतुर्विध संघ के साथ छाजेड परिवार ने, प्रतिष्ठा करवाकर ध्वजा-दंड-कलश को शिखर पर आरूढ़ किया। इस मंदिर का शिलान्यास व खनन पू. पं. श्री भद्रंकर विजयजी की निश्रा में हुआ था। जिनालय की रजत जयअंती एवं हंसाजी छाजेड परिवार द्वारा नवनिर्मित च्च्श्री छाजेड आराधना भवनज्ज् का उद्घाटन, वि.सं. २०५७, जेठ सुदी ३, सन २००१ को, आ. श्री सुशीलसुरीजी एवं आ. श्री जिनोत्तमसूरीजी आ. ठा. की निश्रा में, पंचाहिनका मोहत्सव के साथ संपन्न हुआ।
Morning: 5:30 AM - 11:30 AM, Evening: 5:30 PM - 8:30 PM,
Lunawa village is located in Bali Tehsil of Pali district in Rajasthan. It is 10km fro Bali and 95km from Pali.
Train: Falna Railway Station
Air: Udaipur Airport